विकास भवन सभागार में उत्तर प्रदेश विधान सभा की प्रतिनिहित विधायन समिति
की उप समिति द्वारा मेरठ विकास प्राधिकरण, आवास एवं शहरी नियोजन, आवास
विकास परिषद, राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक हुई, जिसमें मेरठ
विकास प्राधिकरण एवं आवास विकास परिषद के अधिकारियों से चर्चा करते हुये
लंबित प्रकरणों पर दिशा-निर्देश दिये गये। समिति ने मेरठ विकास प्राधिकरण व
आवास विकास परिषद के अंतर्गत चल रही विकास परियोजना के बारे में विस्तृत रूप
से चर्चा कर भूमि अधिग्रहण, अतिक्रमण, विभिन्न योजनाओं में कृषकों को किये
जाने वाले भुगतान तथा न्यायालय में लंबित वाद की विस्तृत रूप से समीक्षा की।
समिति ने निर्देशित किया कि मेरठ विकास प्राधिकरण व आवास विकास परिषद से
संबंधित जो भी प्रकरण लंबित हैं, उनकी प्रभावी पैरवी कराई जाये तथा इससे
इतर अतिक्रमण एवं अन्य प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुये समग्र रूप से
निस्तारण सुनिश्चित किया जाये। इस अवसर पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने समिति
का बुके देकर स्वागत किया। सभापति अमित अग्रवाल को गार्ड आफ ऑनर देकर
सम्मानित किया गया। सभापति अमित अग्रवाल ने कहा कि समिति द्वारा जो भी
निर्देश दिये गये हैं, उनका अनुपालन नियत समय में सुनिश्चित किया जाए तथा
जिन प्रकरणों पर रिपोर्ट की अपेक्षा की गई है, समिति को उपलब्ध कराएं।
उन्होंने कहा कियह विकास का समय है, रूकावट का नहीं। इसलिए कानून एवं
विधिसम्मत अनुसरण करते हुये कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि
पुराने मामलों का निस्तारण करते हुये शहर के विकास के लिए नई स्कीम लाकर
कार्यवाही की जाये। बैठक के उपरांत समिति ने सरस केन्द्र पर ग्राम चौपाल
कार्यक्रम के 1 वर्ष पूर्ण होने पर ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत महिला
स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाई गई मेला/प्रदर्शनी का उद्घाटन किया तथा
विभिन्न स्टॉलों पर हस्तनिर्मित उत्पादों को देखा गया। समिति ने अधिकारियों
को निर्देशित किया कि स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाये गये उत्पादों की
बाजार तक सरल, सुलभ पहुंच स्थापित की जाये तथा ऑनलाईन बिक्री हेतु भी
कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। इस अवसर पर सदस्य विवेक कुमार वर्मा, सदस्य
महेश त्रिवेदी, सदस्य रफीक अंसारी, सदस्य गणेश चन्द्र, जिलाधिकारी दीपक
मीणा, सीडीओ नूपुर गोयल, उपाध्यक्ष मेरठ विकास प्राधिकरण अभिषेक पाण्डेय,
अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त सूर्यकांत
त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी भूमि अध्यपति सुल्तान अशरफ सिद्दीकी सहित अन्य
अधिकारीगण उपस्थित रहे।